Monday, January 3, 2011

छोड़ दे....

उससे कह दो मुझे सताना छोड़ दे....
दुसरो के साथ रह कर..
मुझे हर पल जलना छोड़ दे....

या तो कर दे इनकार
की
मुझसे महोब्बत नहीं.....
या गुजरता देख मुझको...
पलटकर मुस्कुराना छोड़ दे.....

न कर बात मुझसे कोई गम नहीं...
न कर बात मुझसे कोई गम नहीं...
यु आवाज सुनकर...
झरोखे पर आना छोड़ दे...

कर दे दिल-ए-बयां....
जो छुपा रखा है....
यु इशारो में...
हाल बताना छोड़ दे....


क्या इरादा है बता दे अब मुझको
यु सहेलियों को मेरे किस्से...
सुनना छोड़ दे.....

है पसंद गुलाबी रंग मुझे...
है पसंद गुलाबी रंग मुझे...
उस लिबास में..
बार बार...
आना छोड़ दे.....


ना कर याद मुझे बेशक तू... कोई गम नहीं....
पर किताबो पर नाम लिख कर...
मिटाना छोड़ दे....

खुदा कर सके ये किस्सा आसान अगर...
या तो तू मेरी हो जा....
या मुझे... अपना बनाना छोड़ दे.......

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